आपु की ''E-Motions''

भुवनेश्वर, 6/4: ओड़िआ सिनेमा के स्टाइलिश निर्देशक आपु कानून गो . आज भी वह अपने समय के सिनेमा के बारे में बात करते हैं . उनका कहना है कि दर्शक ब्लैक में टिकट खरीदकर फिल्म देखते थे . दर्शक ईश्वर है .
वह अपनी मेहनत की कमाई से फिल्में देखने आता है . लोग टिकट खरीदने और सिनेमा हॉल में फिल्म देखने के लिए दूर से आते हैं . मुझे याद है कि मेरी पहली फिल्म बहुत लोकप्रिय हुई थी . 'सात सुरे बंधा ए जीवन' आज भी दर्शकों के दिलों में घर कर गया है . लेकिन आज मुझे फिल्में करने में डर लगता है . मुझे नहीं पता क्यों, लेकिन मेरे दिल में डर की भावना बढ़ रही है . शायद भगवान ऐसा नहीं चाहते . आज मुझे ऐसा क्यों लगता है कि जितना अधिक हम प्रौद्योगिकी को अपनाते हैं, उतना ही अधिक हम दर्शकों से दूर होते जाते हैं .
हिंदी सिनेमा में काम करने के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि बॉलीवुड में काम करना हर किसी का सपना होता है . वहां सीखने के लिए बहुत कुछ है . मैंने वहां भी काम किया है . आने वाले दिनों में अपनी कुछ परियोजनाएं वहां करूंगा . अगर मैं अपनी बात कहूं तो आने वाले दिनों में मेरी एक फिल्म जरूर आएगी . जिसका कार्य प्रगति पर है . जिस का टाइटल ''E-Motions'' है . यह दर्शाता है कि रोबोट और मनुष्य के बीच भावनाएं किस प्रकार विद्यमान होती हैं . इसकी शूटिंग जल्द ही शुरू होगी .