कौन होगा प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ? मनमोहन-गोलक-बिशेश्वर रेस में

कौन होगा प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ? मनमोहन-गोलक-बिशेश्वर रेस में

भुवनेश्वर, 20/12 : केंद्रीय नेताओं की घोषणा के बाद कि जनवरी में ओडिशा भाजपा को नया नेतृत्व मिलेगा, पार्टी में इस बात पर चर्चा शुरू हो गई है कि प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा। ख़ुद चुनाव जीतने में अक्सर असफल रहने के बावजूद मनमोहन सामल पार्टी के लिए एक सफल नेता साबित हुए हैं। मनमोहन सामल ने 2000 में पहली बीजद-भाजपा संयुक्त सरकार और 2024 में अकेली भाजपा सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

चुनाव से कुछ महीने पहले प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभाल कर मनमोहन सामल ने भाजपा संगठन को मजबूत करने में जो सफलता हासिल की है, उसे देखते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं की राय है कि श्री सामल को फिर से प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए. अगर मनमोहन सामल को उनके काम के बदले पार्टी सरकार में कोई अहम भूमिका देते हैं तो हो सकता है कि वह संगठन को ज्यादा समय न दे पाएं। तो अब प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में पार्टी के वरिष्ठ नेता गोलक महापात्रा और पूर्व केंद्रीय मंत्री बिशेश्वर टुडू का नाम चर्चा में है. भले ही गोलक महापात्र निर्वाचित नेता नहीं हैं, लेकिन एक कुशल संगठनकर्ता के रूप में वह पार्टी में एक लोकप्रिय चेहरा हैं। पार्टी  में यह भी चर्चा है कि श्री महापात्रा नेताओं व कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चलने में कुशल नेता हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री बिशेश्वर टुडू का नाम प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में आने की वजह उनकी पार्टी के प्रति निष्ठा है. 1998 और 1999 में मयूरभंज लोकसभा क्षेत्र से सालखन मुर्मू दो बार बीजेपी के टिकट पर चुने गए. 2004 के चुनाव में जेएमएम से शुभम मरांडी जीते, 2009 में लक्ष्मण टुडू और 2014 में रमेश चंद्र हासदा चुने गए और दस साल तक इस सीट पर रहे. बिशेश्वर टुडू 15 साल बाद मयूरभंज सीट बीजेपी के खाते में लाने में सफल रहे. 2019 का चुनाव जीतने के बाद बिशेश्वर टुडू को केंद्रीय मंत्रिमंडल में भी जगह मिली. 2024 के चुनाव में बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बदल दिया और नवचरण मांझी को टिकट दिया.

बिशेश्वर ने नवचरण माझी को सांसद निर्वाचित कराने और पार्टी के आदेश का पालन करते हुए पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने में कोई कोताही नहीं बरती. खुद से पहले पार्टी को प्राथमिकता देने वाले और पार्टी के प्रति वफादार एक सक्षम नेता के रूप में, बिशेश्वर का नाम भी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में होने की अफवाह है। ऐसी अफवाह है कि बीजेपी सरकार में मंत्रिमंडल का विस्तार जनवरी के दूसरे या तीसरे हफ्ते में होगा, साथ ही नए साल में बीजेपी को नया अध्यक्ष भी मिल जाएगा. बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं की चर्चाओं से यह सुनने में आ रहा है कि मंत्रिमंडल में जगह पाने की उम्मीद लगाए बैठे कुछ नेताओं को पार्टी की जिम्मेदारियां तय होने के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा. नए साल में बीजेपी को मोहन माझी की सरकार में नया नेतृत्व और कुछ नए मंत्री मिलने की संभावना है.