क्या है चितालागी रस्म, जिसे निभाने के लिए आज 4 घंटे बंद रहेगा जगन्नाथ मंदिर

नई दिल्ली, 4/8 : चार धामों में से एक पुरी का श्री जगन्नाअथ मंदिर आज 4 घंटे तक आम दर्शन के लिए बंद रहेगा. श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (SJTA) के अनुसार आज 4 अगस्त 2024, रविवार को दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक मंदिर आम दर्शन के लिए बंद रहेगा. इस दौरान चितालागी नीति रस्म् पूरी की जाएगी. यह रस्म हर साल चितालागी या चितलागी अमावस्याि के दिन निभाई जाती है.
भगवान जगन्नामथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के माथे पर स्वजर्ण की चिता या चैता धारण करते हैं. यह स्वर्ण चिह्न होता है जो कीमती रत्नकजडि़त होता है. हर साल जगन्ना्थ रथ यात्रा के दौरान इन स्व र्ण चिह्नों को हटा कर अस्था यी चैता या चिता लगा दिए जाते हैं. ये अस्थागयी चिता थर्मोकोल से बने होते हैं. बाद में इन्हें हटारया जाता है. इसे ही चैतालागी, चितलागी या चितालागी नीति कहा जाता है.
तीनों देवी-देवता जिन स्वार्ण चिह्नों को अपने माथे पर धारण करते हैं वे सोने, हीरे, माणिक, पन्ना और नीलम से बने होते हैं. भगवान बलभद्र को नीलम चिता, भगवान जगन्नाथ को हीरे की चिता और देवी सुभद्रा को माणिक्य चिता' से सजाया जाता है.
रथ यात्रा के बाद चितालागी अमावस्या पर यह अस्थाोयी चिता हटाकर उनके माथे पर स्वार्ण चिह्न सजाए जाते हैं. सावन महीने की अमावस्या् को चितालागी अमावस्यात कहा जाता है.